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एक ही मॉडल (Alto 800 LXI) के अंदर अलग-अलग सस्पेंशन सिस्टम के वेरिएंट्स

 

Dear Friends

This is a technical Knowledge yaha bahut hi experience ke sath yaha likh raha hu

I hope like this post

This post is very rare bahut hi muskil se milti hai padne ko. Aap bahut hi bagaye sali hai. Apke Pas yaha Blog hai. Thanks .


"Type 1" और "Type 2" लिखा है (जैसे Gabriel Type 1, Type 2 या Delphi Type 1, Type 2), उसका मतलब होता है कि एक ही मॉडल (Alto 800 LXI) के अंदर अलग-अलग सस्पेंशन सिस्टम के वेरिएंट्स एक ही मॉडल (Alto 800 LXI) के अंदर अलग-अलग सस्पेंशन सिस्टम के वेरिएंट्स इस्तेमाल किए गए हैं।  स्तेमाल किए गए हैं। यानी:

  • Type 1 और Type 2 एक ही कंपनी (Gabriel या Delphi) के दो अलग-अलग डिज़ाइन या स्पेसिफिकेशन हो सकते हैं।
  • यह बदलाव मैन्युफैक्चरिंग के दौरान वर्जन या बैच के आधार पर हो सकता है।

कैसे पहचानें आपकी कार में कौन-सा टाइप है?

1.      VIN (Vehicle Identification Number) से कंपनी की सर्विस सेंटर या पार्ट्स डीलर पता कर सकते हैं कि आपकी गाड़ी में कौन-सा टाइप फिट है।

2.     फिजिकली पार्ट पर कोड लिखा होता है, जिसे देखकर भी पता चल सकता है।

3.     कभी-कभी दोनों टाइप दिखने में थोड़े अलग होते हैं (जैसे स्प्रिंग का डिज़ाइन या माउंटिंग पॉइंट्स में अंतर)।

सस्पेंशन सिस्टम के 'Type 1' या 'Type 2' का निर्धारण चेसिस नंबर के आधार पर करना कठिन हो सकता है, क्योंकि यह जानकारी आमतौर पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं होती। चूंकि मारुति सुजुकी ने विभिन्न बैचों में सस्पेंशन सिस्टम में बदलाव किए हो सकते हैं, इसलिए सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं:​

1.      मारुति सुजुकी अधिकृत सर्विस सेंटर से संपर्क करें: अपने चेसिस नंबर के साथ निकटतम मारुति सुजुकी सर्विस सेंटर पर जाएं। वहां के तकनीशियन आपके वाहन के सस्पेंशन टाइप की सटीक जानकारी प्रदान कर सकते हैं।

2.     सस्पेंशन पार्ट्स का निरीक्षण करें: यदि संभव हो, तो वाहन के सस्पेंशन पार्ट्स पर लगे लेबल या अंकन की जांच करें। इन पर 'Type 1' या 'Type 2' जैसी जानकारी हो सकती है।

3.     ऑनलाइन फोरम और समुदायों में पूछताछ करें: कई बार वाहन मालिक अपने अनुभव साझा करते हैं। आप मारुति ऑल्टो 800 से संबंधित ऑनलाइन फोरम या समुदायों में अपने चेसिस नंबर के साथ प्रश्न पूछ सकते हैं।

STEERING UNIT (RANE) क्या है?

  • Rane एक कंपनी है जो Maruti Suzuki को स्टीयरिंग सिस्टम सप्लाई करती है।
  • यह यूनिट मुख्य रूप से स्टीयरिंग रैक और पिनियन, टाई रॉड्स, और उससे जुड़े हुए कनेक्टिंग कंपोनेंट्स का सेट होता है।

इसका काम क्या होता है?

  • आपकी गाड़ी का स्टीयरिंग व्हील जब घुमाते हैं, तो ये यूनिट उसी मोशन को व्हील्स तक पहुंचाता है।
  • यही सिस्टम आगे के पहियों को मोड़ने में मदद करता है।

क्या इसमें भी टाइप 1 / टाइप 2 होते हैं?

हाँ, कभी-कभी Maruti Alto 800 में RANE और SONA नाम की दो अलग-अलग कंपनियों के स्टीयरिंग यूनिट आते हैं। दोनों के पार्ट्स और फिटिंग थोड़े अलग हो सकते हैं।

कैसे पता करें आपकी कार में कौन-सा है?

1.      स्टीयरिंग यूनिट के ऊपर मैन्युफैक्चरर का नाम (RANE या SONA) लिखा होता है।

2.     सर्विस सेंटर या पार्ट्स डीलर VIN नंबर से चेक करके बता सकते हैं।

🔧 यदि आप पार्ट्स बदलवाना चाहते हैं:

  • अब आपको स्टीयरिंग सिस्टम से जुड़े पार्ट्स (जैसे स्टीयरिंग रैक, टाई रॉड एंड, बुशिंग आदि) सिर्फ RANE वाले मॉडल के अनुसार लेने चाहिए।
  • गलत कंपनी (जैसे SONA) का पार्ट फिट नहीं होगा या परफेक्ट फिट नहीं बैठेगा।

🧾 पार्ट खरीदते समय ध्यान दें:

  • पार्ट नंबर या डीलर से पूछें: "RANE steering unit वाला पार्ट है न?"
  • अगर ऑनलाइन मंगवा रहे हैं तो FIG60 - RANE STEERING UNIT वाला सेक्शन देखकर ऑर्डर करें।

📌 प्रो टिप:

अगर आप लोकल मार्केट या ऑनलाइन पार्ट्स ले रहे हैं, तो पुराना पार्ट साथ ले जाएँ या उसकी फोटो रखें – ताकि एकदम मैचिंग मिल सके।

बिलकुल! आपने एकदम सही समझा –
अगर आपके चेसिस नंबर से Maruti की कैटलॉग में "RANE Steering Unit" शो हो रहा है, तो आपकी गाड़ी में वही यूनिट लगी है और उसी के पार्ट्स लगेंगे।

इसका मतलब साफ है:

जो कैटलॉग में लिखा है, वही पार्ट नंबर और वही कंपनी (जैसे RANE, SHOWA, DELPHI, GABRIEL आदि) आपकी गाड़ी के लिए ऑरिजिनल और फिटिंग पार्ट होगा।

अगर सस्पेंशन में “Gabriel Type 2” आ रहा है, तो उसी टाइप का शॉकर, स्प्रिंग आदि लगेंगे।

अगर स्टीयरिंग यूनिट में "RANE" आ रहा है, तो SONA के पार्ट्स फिट नहीं होंगे।

🔧 आपकी गाड़ी के Front Suspension में 3 संभावनाएँ हो सकती हैं:

1.      Gabriel Type 1

2.     Gabriel Type 2

3.     Delphi Type 1 or 2

➡️ लेकिन एक समय में सिर्फ एक कंपनी का सिस्टम होता है – या तो Gabriel या Delphi
➡️ और उसी सिस्टम के Type 1 या Type 2 में से एक टाइप आपकी गाड़ी में लगा होता है।


🔧 क्यों ज़रूरी है एक ही कंपनी का पार्ट लगाना?

अगर गलत कंपनी का पार्ट लगाया

अगर सही कंपनी का पार्ट लगाया

फिटिंग मिसमैच हो सकती है

परफेक्ट फिट होगा

सस्पेंशन से आवाज आ सकती है

स्मूथ राइडिंग अनुभव

ड्राइविंग में झटका महसूस होगा

स्टेबल और आरामदायक ड्राइव

जल्दी खराब हो सकता है

लंबी उम्र वाले पार्ट्स


🔍 कैसे पता करें कौन-सी कंपनी (Gabriel/Delphi) का सस्पेंशन है?

  • चेसिस नंबर (जैसे आपने दिया) से Maruti का पार्ट्स पोर्टल बता सकता है
  • या फिर पुराना सस्पेंशन खोलकर उस पर लगी ब्रांड की मुहर/लेबल देखकर तय किया जाता है
  • कभी-कभी शॉकर की डिजाइन में थोड़ा अंतर होता है

  • Gabriel (Type-1 & Type-2)
  • Delphi (Type-1 & Type-2)

इसका मतलब:

आपकी Alto 800 में या तो Gabriel वाला सिस्टम लगा होगा या Delphi वाला, और उसमें भी Type 1 या Type 2 में से एक।


अब सवाल ये है:

आपके वाहन में इनमें से कौन-सा टाइप है?

🛠देखने के 3 तरीके हैं:

1.      पुराना शॉकर या पार्ट खोलकर उस पर ब्रांड और पार्ट नंबर देखें
– Gabriel/Delphi लिखा होगा

2.     चेसिस नंबर (MA3EUA61S00241642) से मारुति अधिकृत सर्विस सेंटर कन्फर्म कर सकते हैं

3.     फिटिंग के पॉइंट्स और डिज़ाइन में थोड़ा अंतर होता हैमाउंटिंग ब्रैकेट, स्प्रिंग सीट आदि

🔧 Type-1 और Type-2 का मतलब क्या होता है?

मारुति ने जैसे Alto 800 (2013 मॉडल) में Front Suspension सिस्टम में एक ही कंपनी (जैसे Gabriel या Delphi) की दो अलग-अलग डिज़ाइन निकाली थीं।

इन्हीं डिज़ाइनों को अलग-अलग पहचान देने के लिए उन्हें नाम दिया गया:

  • Type-1
  • Type-2

यानी एक ही कंपनी के सस्पेंशन में दो वेरिएंट बनाए गए हैं।


🤔 ऐसा क्यों किया गया?

1.      प्रोडक्शन बैच के अनुसार कुछ गाड़ियों में Type-1 लगाया गया, कुछ में Type-2

2.     कभी-कभी कमी या अपडेट के कारण कंपनियां डिज़ाइन चेंज करती हैं

3.     लेकिन ये बदलाव मॉडल का नाम बदले बिना किए जाते हैं – इसलिए पार्ट्स की पहचान के लिए Type नंबर दिया जाता है


🧾 असल में इसका असर कहां होता है?

  • शॉकर (Strut) की लंबाई या माउंटिंग पॉइंट
  • स्प्रिंग सीट का एंगल या हाइट
  • लोअर आर्म का डिजाइन
  • बॉल जॉइंट की पोज़िशन
  • और इसीलिए – एक टाइप के पार्ट्स, दूसरे टाइप में फिट नहीं होते

Type-1 और Type-2 का मतलब होता है कि एक ही वेरिएंट (जैसे Alto 800 LXI 2013) में भी Front Suspension के डिज़ाइन अलग-अलग (वेरिएंट) दिए गए थे, लेकिन गाड़ी का मॉडल और वर्जन वही रहता है


🚘 इसका मतलब क्या है?

"वेरिएंट अलग-अलग" से आशय यह है कि:

  • Gabriel Type-1 और Gabriel Type-2, दोनों ही Gabriel कंपनी के बनाए हुए हैं
  • लेकिन उनमें फिटिंग पॉइंट्स, साइज, शेप या स्प्रिंग एंगल वगैरह में अंतर होता है
  • इसलिए Gabriel Type-1 के पार्ट्स, Type-2 में फिट नहीं होते, और उल्टा भी नहीं

🧾 Alto 800 (2013) में क्या स्थिति थी?

1.      कुछ गाड़ियों में Gabriel Type-1 लगाया गया

2.     कुछ में Gabriel Type-2

3.     कुछ में Delphi Type-1 या Type-2 भी इस्तेमाल किया गया
और ये सब चेसिस नंबर के हिसाब से तय होता है


🔎 पहचान कैसे करें?

1.      चेसिस नंबर से कैटलॉग में जो लिखा है – वही टाइप आपकी गाड़ी में है

2.     या फिर पुराना पार्ट खोलकर उस पर अंकित नंबर/ब्रांड/डिज़ाइन देखकर

3.     दोनों टाइप्स की डिज़ाइन अलग होती है – मैं उसका डायग्राम भी बना सकता हूँ

जी हाँ! बिल्कुल सही — Showa भी एक जानी-मानी ऑटोमोबाइल पार्ट्स मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है, और ये खास तौर पर सस्पेंशन सिस्टम और शॉकर (Shock Absorber) बनाने के लिए मशहूर है।


🔧 Showa कंपनी के बारे में संक्षेप में:

🔹 नाम

Showa Corporation

🔹 मुख्य प्रोडक्ट

Shock absorbers, front forks, suspension units

🔹 ग्राहक

Honda, Suzuki, Yamaha, Kawasaki, आदि

🔹 मूल देश

जापान

🔹 स्पेशलिटी

दोपहिया और कार सस्पेंशन सिस्टम में हाई-क्वालिटी OEM सप्लायर


🚗 क्या Maruti Suzuki में Showa के पार्ट्स लगे होते हैं?

  • हां, कुछ पुराने Maruti मॉडल्स (जैसे WagonR, Zen, Esteem) में Showa के सस्पेंशन या शॉकर इस्तेमाल हुए हैं।
  • लेकिन Alto 800 (2013) जैसे मॉडल्स में आमतौर पर Gabriel, Delphi या Rane के पार्ट्स ही देखने को मिलते हैं।

मतलब: Showa Maruti की कुछ गाड़ियों में इस्तेमाल होता है, लेकिन Alto 800 के फ्रंट सस्पेंशन में Showa नहीं होता

जी हाँ, आपने जो इमेज भेजी है उसमें "REAR WHEEL BRAKE (TYPE 1, TYPE 2)" लिखा है, यानी रियर ब्रेक सिस्टम के भी दो अलग-अलग वेरिएंट (Type 1 और Type 2) उपलब्ध हैं।


🔧 इसका क्या मतलब है?

जैसे फ्रंट सस्पेंशन में Gabriel/Delphi के Type-1, Type-2 थे,
वैसे ही रियर ब्रेक में भी दो टाइप की ब्रेक असेंबली मौजूद है —
और ये टाइप गाड़ी की चेसिस नंबर (या बैच) के अनुसार तय किया जाता है।


🔍 Type-1 और Type-2 Rear Brake में क्या फर्क हो सकता है?

इनमें अंतर निम्न चीजों में हो सकता है:

पार्ट

अंतर किसमें हो सकता है

ब्रेक शू

शेप या माउंटिंग होल

बैकिंग प्लेट

डिजाइन/स्लॉटिंग

ब्रेक सिलेंडर

बोर साइज या माउंटिंग

स्प्रिंग्स

लम्बाई और टेंशन

यानी एक टाइप के पार्ट, दूसरे टाइप में फिट नहीं होंगे


🚘 आपकी गाड़ी में कौन-सा टाइप है?

यह जानने के लिए:

1.      चेसिस नंबर से OE कैटलॉग में चेक करना होगा

2.     या फिर पुराना ब्रेक खोलकर डिज़ाइन देखकर पहचान करनी होगी

3.     या ब्रेक शू का नंबर देखकर भी टाइप पता किया जा सकता है

क्या हर पार्ट पर Type-1 या Type-2 लिखा होता है?

नहीं, हर पार्ट के ऊपर सीधे "Type-1" या "Type-2" लिखा नहीं होता।

लेकिन...

Part Number अलग होता है, और वही पार्ट नंबर Type-1 या Type-2 को दर्शाता है।


🧾 कैसे पहचानते हैं?

Maruti Suzuki की EPC (Electronic Parts Catalogue) या official पार्ट मैनुअल में:

  • Type-1 के लिए अलग-अलग पार्ट नंबर होते हैं
  • Type-2 के लिए वही असेंबली के लिए अलग नंबर

🔧 उदाहरण:

पार्ट नाम

Type-1 Part No

Type-2 Part No

Brake Shoe

53200M68K00

53200M68K10

Wheel Cylinder

53400M68K00

53400M68K20

यानी पार्ट नंबर से ही तय होता है कि वो Type-1 का है या Type-2 का।

 

🧾 PART HISTORY TABLE का विश्लेषण:

कॉलम

मतलब

PART NO.

पार्ट नंबर (जैसे: M79GC0 और M79GC1)

DESCRIPTION

पार्ट का नाम – यहाँ "WHEEL CYLINDER ASSY"

START DATE / END DATE

ये पार्ट किस तारीख से इस्तेमाल हुआ और कब तक

MRP

उस समय की कीमत

QTY.

एक गाड़ी में इसकी कितनी मात्रा लगती है (यहाँ 2)

INTERCHANGE

यह दिखाता है कि नया पार्ट पुराने को रिप्लेस करता है या नहीं

REMARKS / ADD TO ORDER

टिप्पणियाँ या ऑर्डर करने का ऑप्शन


🔄 PART INTERCHANGE DETAILS:

पुराने पार्ट का नंबर

नया पार्ट नंबर

उपयोग

M79GC0

M79GC1

नया पार्ट M79GC1, पुराने M79GC0 की जगह लग सकता है

📌 इंटरचेंज कॉलम में ➡️ का मतलब है कि नया पार्ट पुराने की जगह इस्तेमाल किया जा सकता है


⚠️ IMPORTANT:

  • M79GC0 अब बंद हो गया है (END DATE: 25-Aug-2014)
  • उसकी जगह अब M79GC1 आता है (START DATE: 26-Aug-2014 से चालू है)
  • इसका मतलब है कि अगर आपकी गाड़ी 2013 की है और उसमें M79GC0 लगा था, तो आप अब M79GC1 लगा सकते हैं — यह पूरी तरह कंपैटिबल है

🔧 समझने वाली बात:

जब कंपनी किसी पार्ट का डिज़ाइन अपडेट करती है (Type-1 से Type-2 या ऐसा कोई बदलाव), तो पुराने पार्ट को बंद करके नया पार्ट देती है — और उस नए पार्ट को इंटरचेंज टेबल में जोड़ा जाता है।

🏭 Brakes India: संक्षिप्त परिचय

विषय

जानकारी

🏢 कंपनी का नाम

Brakes India Pvt. Ltd.

🏁 शुरुआत

1962

🤝 संबंध

TVS Group की एक कंपनी

🧩 उत्पाद

Brake drums, disc brakes, calipers, ABS systems, parking brakes, etc.

🏍ग्राहक

Maruti Suzuki, Tata, Mahindra, Ashok Leyland, TVS, Honda, Hyundai आदि

🌍 एक्सपोर्ट

अमेरिका, यूरोप, एशिया


🔧 Brakes India क्या-क्या बनाती है?

1.      ड्रम ब्रेक और डिस्क ब्रेक

2.     ब्रेक शू और ब्रेक लाइनिंग

3.     ABS (Anti-lock Braking System)

4.    Parking Brake Assemblies

5.    Vacuum Booster / Master Cylinder

6.    Aftermarket ब्रेक पार्ट्स भी बनाती है


🚗 Maruti Suzuki में Brakes India के पार्ट्स?

हाँ! Maruti की बहुत सी गाड़ियों में:

  • Rear Drum Brake Assembly
  • Brake Shoe Set
  • Wheel Cylinder

Brakes India द्वारा बनाए गए होते हैं।

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Powerful Knowledge in my every article

 

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Milan Tomic

Hi. I’m Designer of Blog Magic. I’m CEO/Founder of ThemeXpose. I’m Creative Art Director, Web Designer, UI/UX Designer, Interaction Designer, Industrial Designer, Web Developer, Business Enthusiast, StartUp Enthusiast, Speaker, Writer and Photographer. Inspired to make things looks better.

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