नमस्कार दोस्तों आज मैं आपके लिए एक नए सफर के साथ आपके साथ हूँँ।
आज दिनाँँक 03 मई 2024 है दिन शुक्रवार है। आज के दिन मेरी बेटी स्कूल में गई। अभी अप्रैल के आखिर में उसका दाखिला कराया था।
तो आज उसका पहला दिन था। अभी नर्सरी की कक्षा में दाखिला लिया है।
तो मास्टरजी को कहा कि किताबें कौन-कौन सी आनी है।
तो उन्होंने कहा कि पिलखनी बस स्टैण्ड पर जाना उस दुकान पर और एक सेट नर्सरी कक्षा का कह देना।
चलों अब बात करते है कि आज का दिन कैसा रहा उसकी मम्मी उसकों छोड़ने गयी। पर वह बहुत रो रही थी। अचानक इतने सारे बच्चें और अकेलापन सा महसूस होता है।
सो लगभग आज 10ः00 बजे तक स्कूल में रही।
फिर वह अकेली ही घर आ गई।
हमने स्कूल में पता किया तो कि बेटी स्कूल से अकेली क्यों आ गई।
तो मैडम का जवाब था कि बड़े मास्टर साहब कही छत पर थे।
और मैने आपको फोन कर दिया था जैसे ही वह बाहर निकल गई थी।
अब बताओं में क्या कहूं।
इस बात पर दोस्तों मुझे टीचर को क्या कहना चाहिए था आप कांमेंट कर कर जरूर बताना।
टीचर भी कोई बड़ा नहीं वही के पढ़ने वाले बच्चे रख लेते है। कम तनख्वाह पर ।
दोस्तों ये तो थी एक छोटी सी कहानी
अगर आप मेरे साथ जुड़े हो तो रोज आप एक नई सच्ची घटना आपको पढ़ने को मिलेगी भले ही वह छोटी हो या फिर बड़ी ।
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