आज और एक दिन बीते हुए कल का हाल
कल यानिके 11 अक्टूबर 2024 दिन शुक्रवार को हमारे मौहल्ले में ही आत्माराम जी की धर्म पत्नी कमालों का कल स्वर्गवास हो गया था। आत्माराम जी के तीन बेटे है सबसे बड़े बेटे का नाम ब्रिजपाल है उससे छोटे लड़के का नाम सुरेन्द्र और सबसे छोटे लड़के का नाम संदीप है और उनके एक बहन है जिसका नाम सीमा है।
तो इनकी माता काफी समय से बीमार चल रही थी । कल बस भगवान की ऐसी ही इच्छा थी दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गयी। बताया जाता है कि उनका यह तीसरा हार्ट अटैक था जिसके कारण उनकी मौत हुई है। दो बेटो और लड़की की शादी हो रखी है।
बस एक सबसेे छोटा लड़का अभी कुवारा है। उसकी शादी में अभी तीन महीने बाकी उनके परिवार वालों के कथन के अनुसार।
शादी की तैयारियां काफी जोरों शोरों से चल रही थी। अचानक मौत के कारण सारा परिवार गम में डूबा हुआ है। यह खबर सुनकर मेरी आँखें भी नम हो गयी।
कल शाम यानिके करीब सवा आठ बजें के करीब में छत पर गया तो वहां जैसे मैने बल्ब जलाया तो वहां एक लाल से कलर का साँप का बच्चा था तो मै यह सोचकर हैरान हूँ कि इतनी ऊँचाई पर यह साँप कैसे चढ़ा और इतने बारीक छेद से यह अन्दर कैसे आया।
उसको मैने मारा दिया ताकि किसी को नुकसान ना पहुँचा सकें। इसके बाद रात में मुझे सपने आए कि एक दीवार मे से साँप निकला और मेरे ऊपर आकर गिर गया। कुछ इस तरह के सपने आए।
आज यानिके 12 अक्टूबर आज दशहरा है विजयदशमी का पर्व है यह नौरात्रों का बाद आता है अर्थात नौ नवरात्र और दसवें दिन दशहरा होता है। इसके बाद छोटी दीवाली और अगले दिन बड़े दीपावली होती है
इस दिन सभी अपने घरों में दीपक जलातें है और बच्चे पटाखें छुडातें है खुशी मनाते है। बहुत ही अच्छा माहौल होता है। तो दोस्तों यह तो था आज वृतांत अगलें ब्लॉग में फिर से मुलता हूँ एक नई आप बीती लेकर ।
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