दोस्तों आज मैं आपके साथ एक अनुभव शेयर करना चाहता हूँ। हो सके आपके काम आए।
मैं एक वर्कशॉप में काम करता हूँ ऑटोमोबाइल की। तो यहाँ पर हर प्रकार का कस्टमर आता है।
और हर प्रकार की गाड़ियां आती है।
एक दिन होता क्या है एक कस्टमर आता है हुंडयी की गाड़ी लेकर i-20 Petrol
उस कस्टमर को जाना था केदारनाथ अगर आप भारत से बाहर के पढ़ रहे हो तो आपको बता दूं। कि केदारनाथ एक तीर्थ स्थल है और जो भारत में है। भारत एशिया महाद्धीप में है। तो यह तो थी जरनल नॉलेज की बात। अब आगे बढ़ते है।
उस कस्टमर को गाड़ी चलाते समय एक समस्या आती है। समस्या यह आती है कि गाड़ी से पानी टपक रहा है। और उसे पेट्रोल जैसा महसूस हो रहा था। उसमें से उसे सुगंध भी पेट्रोल जैसी आ रही थी। वह गाड़ी लेकर हमारी वर्कशॉप पर आता है। मिस्त्री चेक करता है। तो पाता है कि यह जो पानी टपक रहा है यह तो गाड़ी की एसी का है।
तब कस्टमर कहता है कि इसमे से सुगंध तो पेट्रोल जैसी आ रही है।
फिर मिस्त्री दोबारा चेक करता है और कहता है कि यह तो आपका बहम है बहम बोले तो Confusion
फिर जब मिस्त्री ने कहा कि अगर आपकी गाड़ी से अगर पेट्रोल टपकता तो अब तक तो आपकी गाड़ी आग पकड़ चुकी होती। तब जाकर उस समझ आया कि जो पानी गाड़ी से टपक रहा है वह तो वास्तव में एसी का ही है।
तो कई बार इस तरह का बहम हो जाता है। और इस बहम के चक्कर में हमारे बहुत से पैसे खर्च हो जाते है।
दोस्तों मैं तो आपकों बस यही सलाह देना चाहूँगा कि यदि आप के पास कोई गाड़ी है और इसमें कोई समस्या का सामना करना पड़ता है तो सबसे पहले आप किसी कंपनी के आर्थोराइज्ड सेंटर से संपर्क कीजिए। या आप अपने ही मिस्त्री से संपर्क कीजिए। जिससे वह आपको अच्छी सलाह दे सके। ताकि जो आपकी फिजूल का खर्च उससे बचा जा सके।
धन्यवाद आपने अपना कीमती वक्त दिया मेरे इस ब्लॉग को पढ़ने के लिए।
तो अगले ब्लॉग फिर मिलता हूँ एक नया अनुभव और एक नए सफर के साथ।
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