सौरभ के लड़के का जन्मदिन
08 अक्टूबर 2024 यानि दिन मंगलवार को सौरभ के लड़के का जन्मदिन था। खानें में सफेद छोले, खस्ता पूरी, मिक्स सब्जी, चावल, रायता, और मूंग की दाल का हलवा था। इसके अलावा नवरात्री चल रहें है तो व्रत वालों के लिए अलग से खानें का इंतजाम किया हुआ था। गुुड्डू चाचा ने यह सब अपने खर्च पर किया था। मेहमान फूफा, बुआजी, मामाजी और अन्य मेहमान आए हुए थे। फोटों खीचनें के लिए कोई कैमरा पर्सन नहीं था शिवम फोटो मोबाइल से खींच रहा था। पिलखनी से विशाल और उसके पिताजी आए हुए थे। मैं और आवेश आया हुआ था। एक सामान्य सी बात में बताना चाहूंगा कि हम एक साथ तीनों खारीबांस पहुंचे पहले श्यामसिह, फिर मैं, और फिर आवेश। इसके बाद हमने पचास-पचास रूपये सौरभ के लड़के को दिए और फिर हम खाना खाने के लिए चले गए। मैं खाना खाने के कुछ देर बाद घर आ गया था। सभी वहां से लगभग चले गए थे। मेरी पत्नि और शीतल दोनों अपने घर खारीबांस रूकी हुई थी। आवेश भी शाम को ही अपने घर आ जाता है।
अपने घर आने के बाद
मैंने कोई खाना नहीं खाया था। इसके बाद में पढ़ाई करने लगा। रात को साढ़े बारह बजें मेरी पत्नी का फोन आता है वह किसी के एक्सीडेंट की बात करती है कि कोई गांव मे एक्सीडेंट हो गया है। वह सहारनपुर भर्ती है। इसके बाद मे सो जाता हूँ। सुबह चाचा का फोन आता है कि तुमने जमीन के कागज नहीं भिजवाए है और पटवारी आने वाला है। जमीन अपने नाम लेने के लिए सभी के आधार कार्ड और परिवार रजिस्ट्ररी की नकल चाहिए।
काम की बात
महीना चल रहा है अक्टूबर का लेकिन यहां गणेश कार में कोई काम नहीं है। कारण कोई भी हो। सितम्बर में भी बहुत ही कम काम था। सन् 2024 मे बात कर रहा हूँ यहां एक-एक दिन बहुत ही मुश्किल से गुजर रहा है पर क्या करें दोस्तों दिन तो काटने पड़ेगें।
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