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इंश्योरेंश में स्फिट डिजायर के सामने वाले शीशे का क्लेम कैसे लेते है।

 इंश्योरेंश में स्फिट डिजायर के सामने वाले शीशे का क्लेम कैसे लेते है। 


इंश्योरेंश में स्फिट डिजायर के सामने वाले शीशे का क्लेम कैसे लेते है।

यदि आपने इंश्योरेंश इन कंपनी से कराया है जैसे -

1.इफको टोक्यो जनरल इंश्योरेेंश
2.श्रीराम जनरल इंश्योरेंश
3.दा न्यू इंडिया अश्योरेंश
4.यूनाइटेड इंडिया इंश्योंरेंश

इसके अलावा आपका और भी किसी कंपनी से हो तो आपको मैं अपनी गाड़ी का क्लेम किसी मारूति की वर्कशॉप से कैसे लेना उसके बारें में बताऊगां

क्योंकि ज्यादातर हम वर्कशॉप पर ही जाते है डीलर के यहां बहुत भीड़ होती है और एक छोटे से काम के लिए भी महीनों हमें इंतजार करना पड़ सकता है। 

सबसे पहले आप वर्कशॉप पर जाकर या यू कह लीजिए मास स्टेशन होते है। मारूति के।

छोटी से वर्कशॉप को मारूति में मास स्टेशन के नाम से पुकारा जाता है। अपना आर्थाेराइजेशन मारूति इन वर्कशॉप को दे देती है। 

वहां जाकर अपनी गाड़ी की समस्या के बारें बताइए। जैसे आपका अगर अगला शीशा टूटा हुआ है या क्रेक हो गया है आप इसे इंश्योरेंश में ठीक कराना चाहते है। तो आप करा सकते है। 

सबसे पहले आप अस्टिमेंट ले सकते है। 

अगर फाइल चार्ज लगता है। तो इसके बारें में भी आपकों जानकारी लेंनी होगी।

सबसे पहला जो हमारा एज ए कस्टमर होता है। वह होता गाड़ी का अस्टिमेंट तैयार कराना फिर आगें की कार्यवाही होती है। 

अस्टिमेंट में हमें यह पता चल जाता है कि यदि खर्चा 10,000 से ज्यादा है तो हमे इश्योंरेंश में काम कराने में फायदा है अन्यथा हमंें अपनी जेेंब से कराने में ही फायदा है। अगर अस्टिमेंट 10,000 से नीचें तोें तब।

अब आपने गाड़ी को इंश्योंरेंश में कराने के लिए कर दी तो अब क्या करना है।

इंश्योरेंश में स्फिट डिजायर के सामने वाले शीशे का क्लेम कैसे लेते है।

सबसे पहले आपको कुछ डॉक्यूमेंट को सबमिट कराना होगा जैसे-

1.आपका ड्राइविंग लाइसेंस

2.आपका पेन कार्ड

3.आधार कार्ड

4.आपकी गाड़ी आरसी

5.आपके इंश्योंरेंश की कापी

6.एक चंेक की फोटो कापी

अब आपको क्या करना है?

अब आपकों वर्कशॉप के उस व्यक्ति से आपको यह पूछना है कि कितने दिन लग जाएगें मेरी गाड़ी को ठीक होने में यह बात आप गाड़ी छोड़ने से पहले और सभी अस्टिमेंट लेने से पहले एक बार पूछ लीजिए।

जो मेरी गाड़ी में जरूरी सामान है यह आपके यहां उपलब्ध है भी या नही।

क्योकि ज्यादातर सामान के चक्कर में गाड़ी महीनों तक खड़ी रहती है। इसमें कस्टमर और वर्कशॉप मालिक दोनों को ही काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। एक बार आपकी गाड़ी पर काम शुरू हो गया तो न तो वर्कशॉप मालिक आपकों ले जाने की अनुमति देगा। और न ही आप ले जा 

सकते है। इसमें आप दोंनों ही मजबूर हो जाएगें।

इसलिए सबसे पहले ये बातें आपकों जाननी जरूरी है। जो आपकों मैंने ऊपर बतायी है। 

बिल की प्रकृति कैसी हों?

इंश्योरेंश में स्फिट डिजायर के सामने वाले शीशे का क्लेम कैसे लेते है।

बिल किस प्रकार से तैयार कराना है यह भी कस्टमर को ही तय करना चाहिए। क्योंकि यदि इंश्योंरेश कंपनी भरोसेमंद है और जल्दी पेंमेंट कर देती है। 

तो फिर आपको  कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है। 

फिर भी अपनी जानकारी के लिए आपकों वर्कशॉप कार्यताओं से एक बार पूछ लेना चाहिए कि यह कंपनी समय से पेंमेंट कर देती है या नही।

इससे आप अगली बार सतर्क भी हो जाएगेें।

बिल कहां जमा करना होता है। 

कई बार होता है कस्टमर की अच्छी जान-पहचान होती है। तो वह वर्कशॉप से अस्टिमेंट बनवाकर अपने आप अस्टिमेंट लेकर इंश्योंरेंश दफ्तर में जमा करा देता है।
इससे उसके काम के चान्स ज्यादा बढ़ जातें है। उसका काम जल्दी हो जाएगा।

अपनी काम के प्रति उतरदायित्व के समझें।

आपने अगर गाड़ी वर्कशॉप में खड़ी कर दी है तो आपकी जिम्मेदारी बनती है कि बीच-बीच में आप वर्कशॉप कार्यकताओं से पूछते रहे कि कितना काम अभी बाकी है। ताकि समय से आपके काम को पूरा कर सकें। 


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Milan Tomic

Hi. I’m Designer of Blog Magic. I’m CEO/Founder of ThemeXpose. I’m Creative Art Director, Web Designer, UI/UX Designer, Interaction Designer, Industrial Designer, Web Developer, Business Enthusiast, StartUp Enthusiast, Speaker, Writer and Photographer. Inspired to make things looks better.

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