क्या मुझे बता सकते हैं की उपन्यास "टेड़ी लकीर" जो की एक हॉरर उपन्यास था, जो बहुत समय पहले फिल्मी पत्रिका सुषमा मैं किस्त वार छपा था. उस उपन्यास के लेखक और प्रकाशक कौन है, और ये उपन्यास कहा मिल सकता है?
"टेडी लकीर" एक हॉरर उपन्यास है जो 1970 के दशक में लिखा गया था और इसके लेखक विभूति नारायण सिंह हैं। इस उपन्यास का प्रकाशन भारतीय साहित्य मंडल द्वारा किया गया था। अगर आप इस उपन्यास को खोज रहे हैं, तो आप इसे अब आसानी से ऑन लाइन या ऑफ़ लाइन दोनों तरीकों से खरीद सकते हैं। इसे ऑन लाइन बुक रिटेलर जैसे कि Amazon, Flipkart आदि से खरीदा जा सकता है। यदि आप ऑफ़ लाइन खरीदना पसंद करते हैं, तो आप अपने नजदीकी बुक स्टोर में जाकर इसे खरीद सकते हैं ।
गर्मी में चलने वाले लू से खुद को कैसे बचाएं?
गर्मियों में
लू एक
आम समस्या होती है, और इससे खुद
को बचाने के
लिए कुछ उपाय हैं। यहाँ
कुछ सुझाव दिए गए हैं:
1. हमेशा स्वस्थ रहें - एक स्वस्थ शरीर आपको लू से बचने में मदद कर सकता है। अपने आहार में फल, सब्जि
यां, दाल आदि समेत
पौष्टिक खाद्य पदार्थ शामिल करें
और खुद को ठंडे रखने के लिए प्राकृतिक तरीकों का उपयोग करें।
2. ठंडे पानी का सेवन करें – अपने शरीर को ठंडे पानी से हाइड्रेट करने से लू से बचा जा सकता है।
3. शीतल जगहों पर जाएँ - एँ अपने घर के अंदर रखने के बजाय शीतल जगहों जैसे कि मंदिर, चर्च, सिनेमा आदि में जाकर अपने
आप को ठंडा रखनेका प्रयास करें।
4. एयर कंडीशनर का उपयोग करें - अगर आपके पास एयर कंडीशनर है, तो
इसे चालू कर के अपने आप को ठंडा रख
सकते हैं ।
5. धूप से बचें
- अधिक धूप से बचने का प्रयास करें और धूप में बाहर नहीं रहें।
अगर आप बाहर जाना है,
6. उपयुक्त कपड़े
पहनें - धुप से बचने के लिए आपको उपयुक्त कपड़े पहनने की आवश्यकता होती है। ठंडे और
ब्रीजी रंग के कपड़े पहनने से शरीर का तापमान कम
होता हैजो लू से बचाव में मदद करता है।
7. उपयुक्त समय पर अपनेघर सेबाहर ना जाएं – लू के समय में अधिकतर लोग दोपहर के समय बाहर रहते हैं । अगर आपको बाहर जाना है तो सुबह या शाम के समय जाएँ जब मौसम थोड़ा शीतल होता है। अंतिम रूप से, अगर आप लूके लक्षणों जैसे कि चक्कर आना,
उल्टी,
तेज
धड़कन, गर्म और
सूखे त्वचा,
मुंह
खुश्क होने की समस्या होती है, तो
तुरंत एक चिकित्सक से संपर्क
करें।
आज के समय में युवा लोगों में हार्ट अटैक बहुत आम है, क्यों?
हार्ट अटैक युवा लोगों में बढ़ती उम्र के साथ होता है, लेकिन आजकल युवाओं में भी यह समस्या बढ़ती जा रही है।
कुछ मुख्य कारण हैं जो इस बढ़ती हुई समस्या का कारण हैं:
1. खतरनाक खानपान: आधुनिक जीवन शैली में अन्याय पूर्ण खान-पान और जीवन शैली के कारण युवाओं में बाहरी दबाव बढ़ता है जो उन्हें हार्ट अटैक का शिकार बनाता है।
2. अनियमित और अव्यवस्थित जीवनशैली: युवाओं में जीवन शैली में बदलाव हुआ है जिसमें अनियमित भोजन, नियमित व्यायाम की कमी, शारीरिक गतिविधियों की कमी आदि शामिल हैं।
3. तंबाकू उत्पादों का सेवन: तंबाकू उत्पादों का उपयोग करने वाले युवाओं में हार्ट अटैक के खतरे का अधिक होता है।
4. अधिक स्ट्रेस: युवाओं में स्ट्रेस और चिंता की समस्या भी हार्ट अटैक के लिए एक मुख्य कारण है।
5. विरोधाभासी रवैये: कुछ लोगों में अधिक विरोधाभासी रवैया रहता है जो उन में व्यावसायिक जगहों या फैक्ट्रियों में काम करने के लिए भी हार्ट अटैक के लिए खतरा बढ़ाता है। उन्हें अधिक देर तक बैठकर काम करना पड़ता है जो उनके हृदय के लिए बुरा होता है।
युवाओं में हार्ट अटैक के बढ़ते कारणों को देखते हुए, उन्हें स्वस्थ जीवन शैली के बारे में जागरूक होना चाहिए। योग, प्राणायाम, नियमित व्यायाम, स्वस्थ खानपान, शारीरिक गतिविधियों में वृद्धि करना और स्ट्रेस को कम करना हार्ट अटैक से बचने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
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