नमस्कार दोस्तों!
आज एक नए ब्लॉग में आपका स्वागत है। आज मैं आपकों इंश्योरेंस के बारें में जानकारी देना चाहता हूँ। एक फोर व्हीलर का हम इंश्योरेंस किस प्रकार से करते है। कई दोस्तों के मन में संदेह बना रहता है कि यह काम तो बहुत मुश्किल होगा पर ऐसा नहीं है मैं यह नहंी कहता हूँ कि कोई काम बिना मेहनत के भी हो सकता है। हाँ मेहनत तो हर काम में करनी पड़ती है पर कई बार ऐसा होता है। कि हम गधे की तरह मेहनत करता है और होता भी ऐसा ही है वास्तव में जो हमारा वातावरण होता है या जो हमारे गुरू होते है वह हमें पुराने ढर्रे पर सीखातें है और हम सीखतें है।
चलों यह चर्चां हम यही पर खत्म करते है और काम की बात करते है।
जब एक गाड़ी का एक्सीडेंट हो जाता है तो कस्टमर सबसे पहले वर्कशाप आता है या वह इंश्योरेंश वाली कंपनी से संपर्क करने की कोशिश करता है। गाड़ी वर्कशाप में आई और हमारा जो सबसे पहला कार्य होता है। वह होता है। गाडी को अच्छी तरह से देखना क्या-क्या पार्ट्स डेमेज हुए है। उनको एक कापी या रजिस्टर में नोट करना इसके बाद हमें कस्टमर को डेमेज के पार्टस और लेबर सहित उनका असटीमेट तैयार कर देना। और कस्टमर को जरूरी बातें बताना।
जरूरी बातें
सबसे पहली और बहुत ही महत्वपूर्ण सवाल जो कस्टमर आते ही करता है कितना समय लगेगा और कितना खर्चा आएगा।
खर्च के लिए हम एसटीमेट देते है और समय के लिए हमें अपने डेन्टर और मैकेनिक साथ ही पेंटर और लेबर से सही सही समय पता कर बताना होता है।
यह चरण बहुत ही जिम्मेदारी और महत्वपूर्ण होता है। इसमे हमारी कंपनी की शाख के ऊपर विश्वास बढ़ता है कस्टमर का अगर अच्छा काम होता है गाड़ी समय के अनुसार या समय से पहले ही मिल जाती है तो समझों कस्टमर हमारा हो गया। यानिके 99 प्रतिशत कस्टमर उसी वर्कशाप पर जाएगा जहां पर उसे अच्छी सर्विस का भरोसा दिया जाता है।
अब आपको बेहद की जरूरी बातें बताता हूँ।
दोस्तों मै जो भी यहाँ लिखता हूँ अपने खुद के अनुभव से सीखकर ही लिखता हूँ मै कोई बहुत बड़ा लेखक नहीं हूँ फिर भी कोई वाक्य आगे पीछे हो जाए तो चला लेना पर जानकारी जो यहां से आप लेकर जाएगें उसके लिए 101 प्रतिशत गांरटी देता हूँ उसे आप अपने निजी जीवन या कार्य पर अप्लाई कर सकते है इस जानकारी से आप बहुत कुछ सीख सकते है।
कस्टमर को एस्टीमेंट देने के साथ ही जैसे-
कुछ जरूरी डाक्यूूमेंट
1.ड्राइविंग लाइसेंस
2.आधार कार्ड
3.आर सी
4.पेन कार्ड
5.इंश्योरेंस .
इन सभी की कापी और ऑरिजन्ल होने अत्यंत आवश्यक होते है इसलिए कस्टमर को इन कागजात के बारें में पहले बता देना बेहतर होता है कि आप ये कागजात को यहां जमा कराना होता है। कारण जब सर्वेयर आता है तो इन सभी कागजों को जाँच करता है और एस्टीमेंट देखता है
अब अगर आपके मन में एक सवाल उत्पन्न हो सकता है अगर आप नए हो तो आपके मन मे ंयह सवाल उत्पन्न नही भी हो सकता है।
तो चलों मैं आपकों बतात चलूंू कि यदि एसटीमेंट देने के बाद भी कोई और पार्ट डेमेज निकलता है तो हम एक सप्लीमेंटरी एसटीमेंट दे सकते है।
इसका नाम ही सप्लीमेंटरी एस्टीमेट है।
दोस्तों जानकारी यहां पर ऑरीजनल मिलेगी और जिंदगी के अनुभव से सीखकर ही आपके साथ शेयर कर रहा हूँ ऑटोमोबाइल फिल्ड में करीब दस साल से काम रहा हूँ। उसके बाद ही यहां में आपके साथ जानकारी शेयर कर रहा हूँ। किसी भी प्रकार की इमेज यहां दोस्तों में अपलोड नहीं कर सकता हूँ क्यांेकि दोस्तो इससे पहले मेरा और एक ब्लॉग था जो कॉपी राइट इमेज की वजह से बंद हो गया था और मेरा चैनल भी खत्म हो गया।
क्योंकि मै वहां पर बिल्कुल जैसा आप जानते है जिंदगी के अनुभव को ही शेयर करता था टैªफिक की अगर अपने चैनल पर बात करू तो अच्छा खासा आ रहा था। मजबूरी दोस्तों आज मेरा चैनल और मेरा ब्लॉग दोनों ही खत्म हो चुके है लेकिन आप लोगों की दुआ से मैने यह एक ओर ब्लॉग शुरू किया है शायद इस पर भी उम्मीद करूगां कि आप लोग पसन्द करेगें।
कोई भी आपकी इन्क्योरी हो आप बेझिझक पूछ सकते है। ईमेल कर सकते है।
Read More...
Hi. I’m Designer of Blog Magic. I’m CEO/Founder of ThemeXpose. I’m Creative Art Director, Web Designer, UI/UX Designer, Interaction Designer, Industrial Designer, Web Developer, Business Enthusiast, StartUp Enthusiast, Speaker, Writer and Photographer. Inspired to make things looks better.
0 Comments:
एक टिप्पणी भेजें
Thanks for sending message