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एलिंयस का अस्तित्व

 एलियंस की मौजूदगी

एलिंयस का अस्तित्व
आज मैं आपकों एक ऐसा वाक्या सुनाता हूँ जो कि बिल्कुल सत्य है अपनी निजी जीवन की

 घटनाओ को मैं इस ब्लॉग में शेयर कर रहा हूँ मैं एक छोटा ब्लॉगर हूँ तो शायद इस घटना को

 आप इतनी दिलचस्पी से नहीं ले सकते है अगर मैं एक बड़ा राइटर होता तो मैं दावें से कह सकता

 हूँ कि यह न्यूज इतनी तेजी से पूरी दुनिया मैं फैल जाती जैसे कोई महामारी हो। 

क्योंकि यह वाक्या मैनंे अपनी आंखों से देखा केवल पांच या दस मिनट की बात होगी।

रात का समय था शाम 8.30 या नौ का समय था। अब रात मै कैमरे से तस्वीर भी नहीं ली जा

 सकती और वो भी इतनी दूर की अगर लेता भी तो फोन का कैमरा वो सब अपने में कैद ना कर

 पाता जो मैने अपनी नंगी आँखों से देख पाया। ओर जो मैनें देखा उसे देखने के लिए कौन अपना

 टाइम खोटी करेगा। 


एलिंयस का अस्तित्व

क्योंकि हम जब किसी अजनबी चीज को देखते

 है पहले तो यही समझ नहीं आता कि यह हो

 क्या

 रहा है फोन मैं कैद करने की बात ही बहुत दूर

 है। और मै ठहरा एक गांव का लड़का मेरे

 पास

 कोई आधुनिक उपकरण भी नहीं है। ना ही मेरे पास ऐसा कोई सबूत की आपको तस्वीर ही दिखा

 सकूं। 

कोई यह घटना महज एक इतफाक है। अगर आपको इस पर विश्वास हो तो कर लेना नहीं तो

 बहता पानी ।

इस घटना ने मेरे दिमाग को हिला के रख दिया। 

हुआ यू कि मैं शाम को अपनी छत पर लेटा हुआ था सर्दी के दिन थे हम छत पर ही अपना खाना

 बनाते है। 

तो छत पर ही हम खाना खाकर नीचे लेटते थे। 

एलिंयस का अस्तित्व

मेरी पत्नी खाना बना रही थी। और मै अपनी

 चारपाई पर लेटा हुआ था।

मेरी नजर आसमान में गयी। सामान्य तौर पर

 गांव में आसमान में क्या दिखता है एक

 जहाज। मैंने

 शुरूआत में यही सोचा था पर वो कोई जहाज नहीं था वो इतनी विशाल आकृति थी जो मुझे अपनी

 नंगी आंखों से दिख रही थी। पहले एक चमकीली मानव आकृति जैसे एक ही दिखी फिर अचानक

 से कम से कम आठ ऐसी ही आकृति एक के पीछे एक मानव आकृति में दिख रहे थे। 

मैने कई बार नजर हटाकर बार-बार उस दृश्य को देखा पर वह आकृति मानव की ही थी। और जो

 इतनी दूरी पर होने पर भी मुझे साफ-साफ दिख रही थी अगर पास जाकर देखा जाए तो वो

 कितनी विशाल होगी।

एक विमान जितनी ऊंचाई पर होता है वह उतनी ही ऊंचाई पर थी। 

इस दृश्य को देख मेरा रोगटे खड़े हो गयें। 

यह दृश्य देखकर मैनंे सोचा मेरा भ्रम है पर अगले शाम यही दृश्य मुझे फिर दिखा यही कोई पांच

 से दस मिनट का समय लगा वह एक ओर से लाईन से आ रहे थे और कही आकाश के एक घेरे में

 जाकर गायब हो रहे थे। एक के बाद एक।

अब आप कहेेगे कि विमान हो सकता है 

तो मै आपको बताना चाहूँगा कि एक विमान के एक आदमी जैसे टांगे होती है क्या? 

दो हाथ होते है क्या?

और एक पीछे एक सट कर उड़ रहे थे। 

अब आपके मन में आएगा कि मेरा भ्रम होगा?

बिल्कुल हो सकता है एक बार देखने से 

लेकिन यही दृश्य मैनें फिर अगली शाम देखा यह तो आप भ्रम नहीं कह सकते है। 

इस दृश्य को देखकर मेरा जीवन की सोच बदल गयी है। हमारे अलावा भी बहुत सी ऐसी चीजें है

 जो कि भले ही आपको पृथ्वी पर देखने का ना भी मिलें पर उनका अस्तित्व कायम है चोह वह

 कही भी हो। आसमान  में हो या फिर किसी दूसरे ग्रह पर ।

अब मानव इतना तो शक्तिशाली नहीं है कि वह हर बात को साफ करके देख सकें। ऐसे उपकरण

 भी नहीं है कि किसी बात की सत्यता को पू्रफ कर  सकें।

एलिंयस का अस्तित्व


ऐसी कोई टेक्नोलॉजी भी नहीं कि आप उसे फिर बीते समय में जाकर उसे दोहरा सकों। 

पर मैने जो देखा उसे मै बड़े दावे के साथ कह सकता हूँ कि एलिंयस का अस्तित्व है और ये मानव

 से कही उन्नत टेकनिकस रखते है। और मानव से ज्यादा वर्षाें तक जीते है। इनके पास ऐसी

 टेकनोलॉजी है जो मानव के विचारों पर कार्य करती है इस धरती पर जितनी भी मानव है उनके

 एक-एक व्यक्ति के विचार को बिना किसी परेशानी के केवल एक एलिंयस हिसाब-किताब रख

 सकता है। 

अब देखिए कितनी खतरनाक टेक्नोलॉजी है उनके पास।

और हम इसके आस-पास भी नहीं है। 

वह प्रजाति इतनी उन्नत है कि वह किसी भी समय हमारे विचारों को बदल सकती है। जैसे हम

 किसी प्रोग्राम के माध्यम से कार्य कर रहे हो।

यह सब कैसे हो रहा है यह सब मुझे नहीं पता।

मै यह सब कह सकता हूँ कि मैंने कुछ प्रयोग ध्यान के माध्यम से भी किए है। 

ध्यान से मानव अपने सूक्ष्म शरीर के माध्यम से यात्राएं कर सकता है यह तो आपने सुना होगा।

 लेकिन मेरे किसी साथी या मित्र ने नहंी की हो यह भी मै नहीं कह सकता हूँ यदि आपके पास

 सही समझ, ज्ञान है तो आप भी इस यात्रा को कर सकते है। 

उनके पास इतनी हाई पावर टैक्नोलॉजी है कि वह हमारे सूक्ष्म शरीर को भी देख सकते है। उसे

 पकड़ सकते है। हमारे भौतिक मस्तिष्क के विचारों में परिवर्तन कर सकते है।

हमसे मन चाहा कार्य करा सकते है। 


करा सकते नहीं करा रहे है। यह मैने अपने ध्यान के माध्यम से देखा कि वह मेरे सूक्ष्म शरीर को भी

 देख सकते है। जैसे ही मैने अपने सूक्ष्म शरीर से उनको देखा तो उन्होंने मुझ पर पकड़ करनी

 चाही। इससे पहले कि वह मुझे पकड़ पाते मै अपने शरीर मैं वापस आ गया। और यह वाक्या मुझे

 एक भ्रम लगने लगा। इस घटना को उस समय मै पूरी तरह भूल चूका था।  लेकिन जैसे ही अगली

 शाम में ध्यान में गया तो यह वाक्या मुझे फिर याद आ गया।



एलिंयस का अस्तित्व

तो इस घटना से मुझे पता चला कि उन्होेंने मेरे विचारों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया था। लेकिन

 प्रकृति और हमारे ऋषि-मुनियों, साधु संतों ने जो ध्यान का रास्ता दिखाया है वह बहुत की

 पावरफुल है। इससे हम अपनी खोई हुई ऊर्जा को तुरन्त वापस पा सकते है। 

ध्यान एक ऐसी पद्धति है जिसके माध्यम से हम अपने अस्तित्व को जान सकते है। ध्यान एक ऐसा

 मार्ग है जिसके माध्यम से हम अपने विषय को गहराई से समझ सकते है। 

ध्यान एक ऐसा जरिया है अगर हम इस पथ पर चलें तो समझों हम जाग कर चल रहें है। असल में

 हमें अपनी जिंदगी जीने का मकसद मिलेगा।


हम क्यों इस धरती पर आए है इसका कारण समझ आएगा।

हम यहां क्यों कष्ट सह रहें है यह भी कारण अपने को मालूम है तभी समझ आएगा।

हम कोई नौकरी या कोई बड़ा बिजनेस कर सकते है पर उसके लिए हमें सही रास्ता नहीं पता है

 इसके माघ्यम से सब साफ हो जाएगा।

ध्यान हमारा जीवन है हमारा जीवन है हमारी सांस है। हमारी ताकत है। हमारी बुद्धि । हमारी

 समझ है। ध्यान के माध्यम से हम वो बन जाते है।

जिसकी हमने कल्पना भी नहीं की है। 

बस एक बात ध्यान रखों 

खाने से पहले। सुबह उठने से पहले। 

बस दो बातें मेरी गांठ बांध लेना। 

सुबह तीन बजे उठ जाओं कोशिश करों कि ठीक तीन बजे या दो या तीन या आप पांच -दस मिनट

 भी ले सकते है। 

यही नहीं कि कोई व्यक्ति ठीक तीन बजे ही उठेगा।

पर हम अपने अवचेतन मन को आदेश दे तो यह संभव है। 

आपको उठकर बैठ जाना है। बिना किसी सोच-विचार के बैठना है। बिल्कुल खाली होकर ।

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Milan Tomic

Hi. I’m Designer of Blog Magic. I’m CEO/Founder of ThemeXpose. I’m Creative Art Director, Web Designer, UI/UX Designer, Interaction Designer, Industrial Designer, Web Developer, Business Enthusiast, StartUp Enthusiast, Speaker, Writer and Photographer. Inspired to make things looks better.

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