बुखार क्या हैं ? |
बुखार क्या हैं ?
बुखार एक सामान्य चिकित्सा स्थिति है जिसमें शरीर का तापमान सामान्य स्तिथि से ज्यादा होता है। यह एक सामान्यत: तापमान की वृद्धि के कारण हो सकता है, जो अन्य रोगों के कारण उत्पन्न हो सकती है, जैसे कि सर्दी-जुकाम, डेंगू, मलेरिया, इन्फ्लुएंजा, या किसी अन्य संक्रामक बीमारी के कारण। इसके साथ ही, अन्य कारणों जैसे कि शारीरिक चोट, एलर्जी, या गर्मी की कमी आदि भी बुखार का कारण बन सकते हैं। बुखार का उपचार उसके कारण और गंभीरता पर निर्भर करता है। अगर बुखार गंभीर हो और उसका कारण संक्रामक बीमारी है, तो चिकित्सक की सलाह और निर्देशन के अनुसार उपचार किया जाना चाहिए। इसके लिए उपयुक्त दवाएँ दी जा सकती हैं जो रोग के कारण उत्पन्न हुए संक्रमण को नष्ट करने में मदद करती हैं।
बुखार के शुरुआती लक्षण क्या हैं
बुखार के शुरुआती लक्षण व्यक्ति की शारीरिक स्थिति और बुखार के कारणों पर निर्भर करते हैं, लेकिन सामान्य रूप में बुखार के शुरुआती लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:
तापमान में वृद्धि: बुखार के प्रमुख लक्षणों में से एक है शारीरिक तापमान में वृद्धि। सामान्यत: शारीरिक तापमान 98.6 डिग्री फ़ारेनहाइट (37 डिग्री सेल्सियस) होता है, लेकिन बुखार के समय यह तापमान बढ़ सकता है।
थकान और कमजोरी: बुखार में व्यक्ति में अत्यधिक थकान और कमजोरी का अनुभव हो सकता है।
शीत-ज्वर: बुखार के साथ व्यक्ति की शरीर में ठंडक महसूस हो सकती है, जिसे शीत-ज्वर कहा जाता है।
सिरदर्द: बुखार के समय व्यक्ति को सिरदर्द भी हो सकता है।
गला खराब होना या खराश: बुखार के कारण गले में खराश या गला खराब होने की संकेत मिल सकती है।
नस्या बंद होना: नाक से पानी बहना, नकसीर, खांसी और ठंडी में वृद्धि आदि भी बुखार के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।
बुखार के घरेलू उपचार
यदि किसी को बुखार है, तो उन्हें सबसे पहले विशेषज्ञ चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। हालांकि, बुखार के सामान्य घरेलू उपचार कुछ निम्नलिखित हो सकते हैं:
प्रशासनिक उपाय: व्यक्ति को पर्याप्त आराम देना चाहिए, और वह खुद को उचित ढंग से आराम देने के लिए सुनिश्चित करना चाहिए।
हाइड्रेशन (पानी की कमी) को दूर करना: बुखार के समय, शरीर से पानी की कमी हो सकती है, जिससे डिहाइड्रेशन (शरीर से पानी की कमी) हो सकती है। व्यक्ति को पर्याप्त पानी, नींबू पानी, नारियल पानी, शरबत, रस, खिचड़ी, सूप इत्यादि पीना चाहिए।
सर्दी और खांसी का उपचार: सर्दी और खांसी के उपचार के लिए गरम पानी में नमक और हल्दी मिलाकर गरारा करना, गरम पानी से नहाना, और घरेलू खांसी और सर्दी की दवाएँ लेना सहायक हो सकता है।
आरामपूर्ण माहौल: बुखार के समय व्यक्ति को आरामपूर्ण माहौल में रहना चाहिए। ठंडा पानी या शरबत पीना, आराम से सोना, और उचित विश्राम लेना उपयुक्त हो सकता है।
घरेलू उपचार से संबंधित सावधानियाँ: किसी भी घरेलू उपचार का प्रयोग करने से पहले, व्यक्ति को चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। कुछ घरेलू नुस्खे विभिन्न व्यक्तियों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकते और अगर गलत तरीके से प्रयोग किए जाते हैं तो यह स्थिति और बिगड़ सकती है।
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